SBI New Update 2024: भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), ने अपने ग्राहकों को बेहतरीन बैंकिंग अनुभव देने के लिए कई सुविधाएं और योजनाएं शुरू की हैं। हाल ही में एसबीआई ने अपने ग्राहकों के लिए एक शानदार और राहत भरी घोषणा की है। बैंक ने न्यूनतम बैलेंस रखने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। इसका मतलब है कि अब ग्राहकों को अपने खाते में न्यूनतम राशि बनाए रखने की चिंता नहीं करनी होगी। आपको बता दे की इसके साथ में बचत खातो पर मिलने वाली ब्याज दर में भी कटौती कर दी गई है।
एसबीआई के इस निर्णय से लाखो-करोडो ग्राहकों को राहत मिलेगी। इससे पहले ग्राहकों को एसबीआई के बैंक अकाउंट में न्यूनतम राशि रखना अनिवार्य होता था, और न्यूनतम राशि नही होने पर भारी जुर्माना भी देना पड़ता था। लेकिन हाल ही में एसबीआई ने इस नियम को समाप्त कर दिया।इस कदम से देशभर के करोड़ों खाता धारकों को सीधा लाभ मिलेगा, खासतौर पर उन लोगों को, जो निम्न और मध्यम आय वर्ग से ताल्लुक रखते हैं।
नए नियम की ख़ास जानकारी
विवरण | जानकारी |
न्यूनतम बैलेंस | नियम समाप्त (0 राशि) |
जुर्माना | फ़िलहाल कोई भी जुर्माना नही है |
बचत खाते पर ब्याज दर | 3% (पहले 3.25% ब्याज दर थी) |
लाभार्थी | सभी बचत खाता धारक |
लागु होने की दिनांक | 11मार्च, 2024 |
कहते का प्रकार | सभी प्रकार के बचत खाते |
न्यूनतम बैलेंस की अनिवार्यता समाप्त
न्यूनतम बैलेंस वह राशि होती है, जो बैंक खातों में ग्राहकों को हर समय बनाए रखनी होती थी। यदि यह राशि खाते में नहीं होती, तो बैंक (जुर्माना) वसूलता था। लेकिन एसबीआई बैंक ने हाल ही में सेविंग अकाउंट्स के लिए न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। इसका मतलब है कि अब ग्राहक अपने खातों में शून्य बैलेंस के साथ भी खाता चला सकते हैं, और उन्हें किसी भी प्रकार का जुर्माना नहीं देना होगा। फिर चाहे वे मेट्रो सिटी में रहते हो, ग्रामीण इलाके में निवास करते हो, कोई जुर्माना देने की आवश्यकता नही है। पहले के नियम के अनुसार जुर्माना राशि:
- मेट्रो सिटी और शहरी शाखाओ में – 3000₹
- अर्ध-शहरी शाखाओ में – 2000₹
- ग्रामीण शाखाओ में – 1000₹
अगर ग्राहक इन सीमाओं को पूरा नहीं करते थे, तो उन्हें हर महीने ₹5 से ₹15 तक का जुर्माना देना पड़ता था।
जुर्माने से राहत
इससे पहले एसबीआई बैंक में न्यूनतम बैलेंस नही होने पर जुर्माना लगता था, लेकीन अब इसे समाप्त कर दिया गया है। एसबीआई बैंक जुर्माने के तौर पर 5 से 15 रूपय तक ही ले सकती है। लेकिन इसके अलवा 18% GST भी लगता था। लेकिन अब से किसी भी प्रकार का कोई जुर्माना नही है।
बचत खाते पर ब्याज दर में कटौती
एसबीआई बैंक ने बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज दर में भी कटौती कर दी है। पहले बैंक बचत खोतो पर 3.25% ब्याज दर सालाना देती थी, लेकिन नियमो में बदलाव के बाद केवल 3% ब्याज मिल रहा है। लेकिन इस बदलाव से ग्राहकों पर ज्यादा असर नही देखने को मिलेगा क्योंकी बचत खातो पर ब्याज दर की कटौती नाममात्र की है।
नियम में बदलाव से लाभ
- जुर्माने से राहत: अब ग्राहकों को न्यूनतम बैलेंस न रखने पर किसी प्रकार का जुर्माना नहीं देना होगा।
- सभी सेवाओ का लाभ : न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता खत्म होने के बावजूद, ग्राहक सभी बैंकिंग सेवाओं जैसे एटीएम, चेकबुक, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग कर सकते हैं।
- छोटे खाताधारकों के लिए लाभ: यह कदम उन खाताधारकों के लिए बेहद फायदेमंद है, जिनके पास सीमित आय है और जो न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने में कठिनाई महसूस करते थे।
- ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों के लिए राहत: ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों को अब न्यूनतम बैलेंस का झंझट खत्म होने से अधिक सुविधा होगी। यह डिजिटल बैंकिंग को अपनाने में भी मदद करेगा।
एसबीआई बचत खाते के फायदे
एसबीआई अपने ग्राहकों को बचत खाते के माध्यम से कई लाभ और सुविधाएं प्रदान करता है। SBI बचत खाता न केवल आपकी बचत को सुरक्षित रखने का एक माध्यम है, बल्कि यह आपके पैसे को बढ़ाने और सुविधाजनक बैंकिंग सेवाओं का आनंद लेने का भी शानदार विकल्प है।
- डिजिटल बैंकिंग की सुविधा
- मुफ्त एटीएम/डेबिट कार्ड की सुविधा
- व्यापक ब्रांच और एटीएम नेटवर्क
- बीमा और सुरक्षा सुविधाएं
- एफडी और आरडी की आसान सुविधा
- न्यूनतम बैलेंस की बाध्यता नहीं
जनधन योजना के खाताधारको पर असर
जनधन योजना के तहत खोले गए खातो पर इसका कोई भी असर भी पड़ेगा, क्योंकी जन धन योजना के तहत जो खाते खुले है उसमें न्यूनतम बैलेंस रखने की कोई भी बाध्यता नही है। जनधन खाते के लिए सरकार द्वारा अलग से नियम बनाए गए है।
अन्य बैंकिंग सेवाओ पर प्रभाव
एसबीआई के इस नियम के बदलाव से किसी भी अन्य बैंकिंग सेवा जैसे- लोन, क्रेडिट कार्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट आदि पर कोई बदलाव नहीं देखने को मिलेगा। ये सेवाएं पहले की तरह ही चलती रहेंगी। ग्राहक इन सेवाओं का लाभ पहले की तरह ही उठा सकते हैं, उन्हें कोई समस्या का सामना नही करना पड़ेगा ।
डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा
एसबीआई बैंक अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देना चाहता है और उन्हें अनावश्यक जुर्माने से बचाना चाहता है। SBI का यह कदम ग्राहकों को बनाए रखने और नए ग्राहकों को आकर्षित करने की रणनीति है।न्यूनतम बैलेंस की बाध्यता खत्म होने से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लोग भी डिजिटल बैंकिंग अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
निष्कर्ष
एसबीआई द्वारा न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता को खत्म करना एक स्वागत योग्य कदम है। यह खासकर उन ग्राहकों के लिए राहत है, जो अपनी वित्तीय स्थिति के कारण न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने में असमर्थ थे। इससे बैंकिंग सेवाओं का लाभ अधिक ग्राहकों तक पहुंचेगा और बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता और सहूलियत बढ़ेगी। अगर आपका खाता अभी तक एसबीआई में नहीं है, तो यह समय है कि आप इस भरोसेमंद बैंक का हिस्सा बनें और इसकी शानदार सुविधाओं का लाभ उठाएं।